आउटरीच कार्यक्रम

आउटरीच कार्यक्रमों को, संस्थान और शिल्प समुदायों, संगठनों एवं सहायता समूहों और अन्य हितधारकों के बीच में आर्थिक और सामाजिक प्राथमिकताओं हेतु संपर्क एवं सहभागिता स्थापित करने में सहयोग करना चाहिए। ऐसे नेटवर्क को संस्थागत विशेषज्ञता और विचारधारा का क्षेत्रीय आकांक्षा और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ गठबंधन रखना होगा। विभाग संस्थान के अनुभव और प्रशिक्षण सुविधाओं का विस्तार उन लोगों को भी सेवा प्रदान कराने में उपयोग करेगा जो संस्था के नियमित रूप से शैक्षिक और ग्राहक सेवा गतिविधियों के बाहर हैं। परियोजनाएं, कार्यशालाएं एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम विशेष समूहों की विशिष्ट जरूरतों के अनुरूप किये जायेंगे, जिनका उद्देश्य उन्हें डिजाइन और उद्यमिता के माध्यम से सार्थक आजीविका के अवसर प्रदान कराना होगा।

आउटरीच कार्यक्रम में अनुसंधान के माध्यम से प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की जरूरतों की पहचान करना तथा उचित डिजाइन के माध्यम से समस्याओं का समाधान करना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया होगी। अपने सहयोगियों के अनुभव की सहायता से प्रयास आगे जाकर और भी समृद्ध हो जाएंगे, जिसमें छोटे और मध्यम हस्तशिल्प उद्योग और शिक्षा और प्रशिक्षण की संस्थाओं से लेकर स्वैच्छिक संगठन और केंद्रीय या राज्य निकाय कार्यरत हैं, जो शिल्प, संस्कृति, शिक्षा और सामाजिक विकास जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कार्यरत हैं। यह नेटवर्क कई क्षेत्रों, जैसे आईपीआर, ब्रांड की पहचान और पैकेजिंग में डिजाईन एप्लीकेशन का विस्तार करेगा, जो अभी भी शिल्पकारों के लिए नए है।

आउटरीच गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य यह होगा कि वह शिल्प को एक जीवित विरासत के रूप में समझें तथा डिजाइन को उत्प्रेरक के रूप सक्षम करना, ताकि पारंपरिक और सांस्कृतिक उद्योगों को संरक्षित, पुनर्जीवित एवं नया कर बनाए रखा जा सके।