इंटरनेट (ई-कॉमर्स) का उपयोग वन-टू-वन मार्केटिंग के क्षेत्र में एक अपेक्षाकृत नया माध्यम है, जो शिल्पकारों को उनके उत्पाद दुनिया भर के ग्राहकों को सीधे बेचने के लिए सशक्त करता है तथा अतिरिक्त खर्च को कम करने में मदद करता है और शिल्पकारों के मुनाफे को बढ़ाता है। हालांकि शिक्षा और संसाधनों की कमी के कारण, ज्यादातर कारीगर इस माध्यम से अब तक लाभान्वित नहीं हो पाए हैं।
देर से ही सही, पर अब सरकार के साथ-साथ निजी कंपनियों द्वारा हस्तशिल्प उत्पादों को ई-कॉमर्स के माध्यम के उपयोग से दुनिया में बेचने के लिए एक पहल की गई है। इस कार्य में ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका आधारित संगठन, जैसे ऑक्सफेम और ट्रैंडक्राफ्ट शिल्प उत्पादों की खरीद, प्रसार एवं वितरण में बिचौलिये की भूमिका निभाते हैं। कई निजी कंपनियां, वेबसाइटों और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सीधे शिल्प उत्पादों को बेच रही हैं।