योग्यता

सर्टिफिकेट कार्यक्रम

सर्टिफिकेट कार्यक्रमों में प्रवेश सभी इच्छुक छात्रों के लिए खुला होगा। कुछ मामलों में, विषय और कार्यशाला के अध्यापन की प्रकृति के कारण कुछ और निर्धारित कुशलताओं की आवश्यकता हो सकती है या फिर कोई उम्र की बाधा हो सकती है-किसी भी ऐसी आवश्यकता की सूची अग्रिम में ही घोषित कर दी जाएगी। इस तरह की पात्रता विषय विशेषज्ञों और कार्यशाला के सहायक संकाय के साथ परामर्श में नियोजित की जाएगी।

प्रारम्भ में कारीगरों से आवेदन प्रेस रिलीज़ अथवा विज्ञापनों के माध्यम से आमंत्रित किए जाएंगे | जब तक कि संबन्धित शिल्पियों को लोकप्रियता न मिल जाए तब तक सर्टिफ़िकेट कार्यक्रम को प्रदेश सरकार/दूसरी राज्य सरकारों अथवा गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा भी नामांकन पर निर्भर होना होगा|

क्राफ्ट डिजाइन में डिप्लोमा

क्राफ्ट डिज़ाइन में 3 वर्षीय डिप्लोमा कार्यक्रम उन्ही छात्रों के लिए खुलेगा जिन्होंने हायर सेकेण्डरी सर्टिफिकेट परीक्षा (एच.एस.सी) या समकक्ष किसी भी विषय में उत्तीर्ण की होगी तथा उनकी आयु 1 अगस्त को 20 वर्ष से अधिक नहीं होगी। पेशेवर शिल्प परिवारों से उम्मीदवारों को प्रोत्साहित करने के लिए एक नामांकन तंत्र भी संचालित हो सकता है।आगे जांच के लिए ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों, प्रतिष्ठित संस्थानों और गैर सरकारी एजेंसियों द्वारा सिफारिश स्वीकार की जा सकती हैं। बाद में, जब यू. पी. आई. डी विभिन्न शिल्प समूहों के साथ अपना नेटवर्क स्थापित कर लेगा तब यह स्वतंत्र रूप से शिल्प लोगों और पेशेवरों के नामांकन / आमंत्रण के लिए एक तंत्र विकसित कर सकता है। कम से कम 20% सीटें युवा शिल्प पेशेवरों के लिए आरक्षित की जा सकती हैं।

प्रवेश के लिए विस्तृत पात्रता मापदंड यू. पी. आई. डी द्वारा स्थापित किया जाएगा जिसकी समय-समय पर समीक्षा होगी।

क्राफ्ट उद्यमिता में पोस्ट डिप्लोमा

शिल्प के क्षेत्र में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्यक्रम के लिए प्रवेश लचीला होगा। यह कार्यक्रम उन कारीगरों, स्नातक तथा प्रोफेशनल डिप्लोमा धारकों के लिए खुला होगा जिनके अंदर शिल्प व्यापार के लिए झुकाव होगा। इसके अलावा यह कार्यक्रम उद्यमियों और अनुभवी पेशेवरों के लिए भी खुला होगा।

अन्य व्यक्ति जो इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो सकते हैं वह हैं कौशल और उम्र के पूर्व निर्दिष्ट स्तर के कार्यरत शिल्पी। यदि उन्होंने काम से काम 12 वीं कक्षा तक की शिक्षा ग्रहण की है तो उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति दी जा सकती है इस उद्देश्य के साथ की वह अपने व्यापार के लिए संभावनाओं को बढ़ा पाएं।

क्यूंकि यह कार्यक्रम समाज के एक बड़े वर्ग पर प्रभाव डालेगा इसलिए इस कार्यक्रम हेतु प्रेस विज्ञापनों के माध्यम से आवेदन आमंत्रित करने के लिए सलाह दी गई है। कम से कम 20% सीटें पेशेवर कारीगरों के लिए आरक्षित की गई हैं। राज्य सरकार की ओर से, प्रख्यात डिजाइनर और गैर सरकारी एजेंसियों द्वारा कारीगरों के नामांकन को अनुमति दी जाएगी।

प्रवेश के लिए विस्तृत पात्रता मापदंड यू. पी. आई. डी द्वारा स्थापित किया जाएगा जिसकी समय-समय पर समीक्षा होगी।

डिजाइन उद्यमशीलता के लिए विशेष लक्षणों एवं योग्यताओं की आवश्यकता होती है | इस हेतु उच्चस्तरीय विश्लेष्णात्मक क्षमता, जागरूक और व्यवहारिक अंतर्दृष्टि, संसाधन परिपूर्णता और समस्याओं को सुलझाने की रचनात्मक योग्यता वांछित है |

प्रवेश प्रक्रिया आवेदकों में निहित विश्लेषणात्मक यौग्यताओं एवं संज्ञानात्मक कौशल का परीक्षण कर लेगी | इस प्रक्रिया को आवेदकों की रचनात्नमकता, अनुभूति एवं दृश्यता की माप करने वाला भी होना चाहिए | इस परीक्षा के अतिरिक्त प्रवेश प्रक्रिया को छात्र के अंदर शिल्प के प्रति जागरूकता, शिल्प व्यापार के साथ जुड़े कुछ तथ्य तथा इन सबसे बढ़ कर शिल्प में अपना कॅरियर बनाने हेतु योग्यता की भी परख करनी चाहिए |