हमारा संस्थान अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करवाएगा। पाठ्यक्रम के साथ साथ निम्नलिखित कार्यक्रम शामिल हैं:
- शिल्प प्रदर्शनी एवं मार्केट क्लीनिक्स को संयोजित करना।
- हर स्तर पर कार्य कुशलता को सराहना तथा डिप्लोमा, सर्टिफिकेट्स और अन्य पदवी से उसे नवाज़ना।
- नियमानुसार मेडल, छात्रवृत्ति, वाजिब, फैलोशिप, पुरुस्कार आदि जैसे सम्मान प्रदान करना।
- सम्मानजनक अवॉर्ड और अन्य पदवी देना।
- हस्तशिल्प, ग्राफिक्स, चित्रकला एवं अन्य कला के क्षेत्रों में प्रशिक्षण, अनुसंधान एवं अन्य सेवाएं प्रदान करना।
- वर्कशॉप का आयोजन एवं अनिर्मित सामग्री और मानव संसाधनों के सही इस्तेमाल के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करना, जैसे कम्प्यूटर।
- वर्कशॉप फंड प्रदान करना एवं हर उस व्यक्ति को वाजिफ भुगतान करना जो शिल्प के कार्यों, ट्रेनिंग और रिसर्च जैसे कार्यक्रमों में वर्कशॉप या शिल्प संस्थानों के साथ जुड़ कर काम कर रहे हैं।
- हस्तशिल्प से जुड़े निर्माण कार्यक्रमों में कार्यत लोगों को प्रिंटिंग, प्रकाशन, किताबें, पेपर, पत्र-पत्रिकाओं, दस्तावेजों, फिल्म, कैसेट, सर्क्युलर, स्लाईड और अन्य जरूरी सामग्रियाँ मुहैया कराना।
- शिल्प मेलों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना तथा उस कार्यक्रम को मज़बूती प्रदान करने के लिए शिल्प समाज के लोगों को भी आमंत्रित करना।
- हस्तशिल्प व्यापार को बढ़ावा देने के लिए छात्रों का ज्ञान वर्धन करना एवं उन्हें चीज़ों की सही जानकारी देना।
- पैकेज डिजाईन और तकनीक में उपक्रम अध्ययन, रिसर्च, एवं ट्रेनिंग।
- हस्तशिल्प की बिक्री और मार्केटिंग के संबंध में जानकारी, प्रशिक्षण और उचित कौशल प्रदान करना।
- शिल्प कार्यों में विकास के लिए रिसर्च एवं सेवाओं को बढ़ाने हेतु बड़े स्तर पर ट्रेनिंग देना। इसमें फैशन डिज़ाइनिंग की ट्रेनिंग भी शामिल होगी।
- देश-विदेश में शिल्प क्षेत्र में उपक्रम, प्रायोजक एवं सहायक अध्ययनों का आयोजन करना।
- कुशल, अनुभवी एवं तकनीकी सलाहकारों को रोज़गार देना। समाजिक उत्थानों में कार्यत लोगों को तय वेतन या शुल्क अनुसार भुगतान करना।
- छात्रों के विकास के लिए शिल्प केंद्रों पर वर्कशॉप का आयोजन, उन्हें आर्थिक एवं मानसिक सहायता प्रदान करना हमारे कार्यक्रम का हिस्सा रहेगा। वर्कशॉप या कहीं भी छात्रों एवं नए कारीगरों के लिए छात्रवृत्ति एवं आर्थिक मदद मुहैया कराना।
- हस्तशिल्प में बेहतरी हेतु अविष्कार एवं नवाचारों के लिए ज्ञान वर्धन करना।
- किसी आम या खास उद्देश्य के लिए नवाचारों, सुधार या डिजाइन या मानकीकरण चिन्ह से संबंधित पेटेंट या लाइसेंस प्राप्त करना।
- आविष्कारक कौशल के लिए शिल्पकारों और अन्य लोगों को प्रोत्साहन प्रदान करना और कार्य विवरण एवं प्रक्रियाओं की विशिष्टताओं और उत्पादों हेतु वित्तीय पुरस्कार, तकनीकी मदद या सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- समाज के कार्यों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार या केंद्र सरकार या देश-विदेश कहीं से भी आर्थिक एवं अन्य सहायताएं लेना।
- शिल्प कलाकारी को बढ़ावा देने के लिए भवन के निर्माण को बेहतर बनाना तथा उसमें बिजली, पानी, जलनिकासी, फर्नीचर, फिटिंग एवं अन्य मूल सुविधाएं मुहैया कराना।
- उपहार के रूप में, खरीद, आदान-प्रदान, लीज़ या किराए पर या और किसी तरीके से जमीन, बिल्डिंग, सुविधाएं और कोई भी प्रॉपर्टी (स्थायी या/और अस्थायी) जो समाज के उद्देश्यों को पूरा करता हो उसे प्राप्त करना।
- समाज से जुड़ी किसी भी संपत्ति को जो मुहैया करायी गई हो उसे बेचना, प्रबंधन, हस्तांतरित, आदान-प्रदान या निस्तारण करना, हालांकि किसी भी प्रकार की स्थायी संपत्ति (जो समाज से जुड़ी हो) को उत्तर प्रदेश सरकार की सहमति के बिना नहीं बेचा जाएगा।
- एक या अधिक बैंकों में खाता खोलना ताकि चैक, नोट या कोई अन्य देस्तावेज को निकाला, स्वीकार, अनुमोदन या छूट प्रदान की जा सके।
- समाज के पंजीकरण एवं उसकी व्यवस्था के लिए सभी खर्चों एवं प्रासंगिक खर्चों का वहन करना।
- समाज की स्थायी या अस्थायी संपत्ति या किसी और तरीके से ऋण लेना या पैसा पैदा करना (सिक्योरिटी या बिना सिक्योरिटी के या गिरवी रकम पर)।
- ज़रूरतों के अनुसार समाज की ओर से ठेके लेना या निगोशिएट करना और आवश्यकता अनुसार ठेकों और अनुबंधों को बदलना या रद्द करना।
- दी गई सेवाओं का शुल्क और उससे संबंधित अन्य भुगतान की बहाली करना।
- उत्तर प्रदेश सरकार की स्वीकृति के साथ अन्य ऐसी संस्था, समाज या संगठन के साथ जुड़ना जिनका उद्देश्य समाज की जरूरतों से पूरी तरह या थोड़ा भी अनुकूल हो।
- समाजिक कार्यों के हित में अनुकूल नियम एवं कानून बनाना तथा समय एवं जरूरतों के साथ उनमें बदलाव कर उसे और बेहतर बनाना।
- अन्य संविधान सम्मत कार्य करना जिससे उपरोक्त उद्देश्यों को सरलता से पाया जा सके।